कोटाछत्तीसगढ़बिलासपुररतनपुर

ग्रामीणों नें टूटे पुल को मलबा से पाटा तो पीडब्लूडी के अधिकारीयों नें पोकलैंड मशीन से उखाड दिया

चार माह से कोटा रतनपुर चांपी पुल टूटा है अधिकारी बेपरवाह,,

एप्रोच रोड भी सही नही …

बिलासपुर – रतनपुर से कोटा मार्ग पर भैंसाझार के पास चांपी पुल पिछले चार माह पहले 27 मई को अचानक से टूट गया था जिसके कारण आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया थाl जो आज तक पीडब्लूडी के अधिकारीयों की अनदेखी का शिकार हो रहा है l और इसका खामियाजा ग्रामीण और जनता भुगत रही है l पीडब्लूडी कोनी सब डिविजन के जिम्मेदार अधिकारीयों नें आवागमन को सुचारू रूप से संचालित करने में असफल रहे है l जानकारी के मुताबिक एडीबी नें 106 करोड़ की सडक को लगभग 140 करोड़ पहुंचा दिया था उसके बाद भी पुल नया क्यों नही बनाया ये जांच का विषय है l
कुछदिन पहले ही आसपास गांव के ग्रामीण युवाओं ने मिलकर इसे बराबर करने का बीडा़ उठाया और अपनी मेहनत से क्षतिग्रस्त हिस्से में मलबा और मुरूम डालकर इसे आवाजाही के लिए तैयार किया l पैदल, बाईक , सायकल, से आसानी से लोग पुल पार कर रहे थे l लोगों नें कहा विभाग को चिंता ही नही ग्रामीण समस्या से रूबरू हो रहे थे तो खुद ही रास्ता बना दिये l

लेकिन अचानक इस पर भी पीडब्लूडी विभाग के अधिकारीयों की काली नजर लग गई और जिम्मेदारों नें चैन माउंटिंग पोकलैंड मशीन ले जाकर पूरे मलबे और मुरूम को खोदवा कर गढ्ढा करवा दिये ताकि लोग पैदल, सायकल और बाईक से भी आवाजाही ना कर सकें l
जबकि राहगीरों को सिल्दहा डायवर्सन रोड एप्रोच रोड से तीन चार किलोमीटर का सफर तय करना पडता है और इस रोड की हालत भी खराब हो चुकी है हल्की बारीश से ही लोग स्लीप हो रहे है बाईक सवार गिर रहे है l इस एप्रोच रोड पर भी जिम्मेदार अधिकारीयों नें कई लाख फूंक दिये होंगे उसके बाद भी रोड की हालत जस की तस है l अधिकारी सही नही करा पाय l समझा जा सकता है कि लापरवाही की हद पार है l

अगामी दिनों में छत्तीसगढ़ के सबसे बडे़ त्यौहार तीजा पोरा है जिसमें ग्रामीणों को आवाजाही में बहुत परेशानी का सामना करना पडेगा तो वही नवरात्र का भी समय रहेगा जिसमें भक्तो को कई किलोमीटर घूमकर धूल धक्कड़ झेलते हुए रतनपुर का सफर तय करना होगा जो सबसे बडी समस्या होगी l तो वहीं एंबुलेंस में मरीज भी परेशान होते घुमावदार रास्ते से जाते हुए l लेकिन वाह रे जिम्मेदार अधिकारी ये सब से बेपरवाह है लापरवाह है l
इस पूरे मामले पर जानकारी के लिए पीडब्लूडी के जिम्मेदार अधिकारी ई ई कापसे , एसडीओ संतोष भगत और इंजिनियर राही के फोन नंबर पर लगातार संपर्क किया गया लेकिन जिम्मेदारों नें फोन ही रिसीव नही किया l
अब तो समझा ही जा सकता है कि सरकार एक तरफ जनता की सुविधा के लिए करोडों खर्च कर रही, सडकों को गढ्ढो़ से मुक्त करने आवागमन सुचारू ढंग से संचालित करने सक्त निर्देश दियें हैl लेकिन उसके बाद भी उन्हे सुविधा नही मिल पा रही लोग परेशान हो रहे और इधर अधिकारी बेपरवाह और अनजान बने हुए है l