
ठेकेदार को गुणवत्ता से कार्य करने निर्देशित किया
kuldeep sharma कोटा – एक करोड बहत्तर लाख की लागत से बन रही उमरीया दादर से कोईलारीपारा तक पीएमजेएसवाए जनमन योजना अंतर्गत बन रही सडक पर गुणवत्ता की अनदेखी की जा रही थी सडक निर्माण की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की गई जिसके बाद विभाग के अधिकारी मौक पर पहुंचे और सडक की गुणवत्ता जांच की l
बीते दिनो पीएमजेएसवाय के तहत डीसी कंट्रक्शन द्वारा बनाई जा रही गुणवत्ता विहिन सडक निर्माण को प्रमुखता से उठाया गया था जिसके बाद विभागीय अधिकारीयों नें इसे संञान लेते हुए बुधवार को जांच में पहुंचे थे l
अधिकारीयों नें सडक की गुणवत्ता को चेक किया कई जगह कोर कटिंग कर बीटी को भी उखडावा कर सेंपल भी लिया और ठेकेदार को कुछ जगह सुधार के आवश्यक निर्देश दिये l पूर्व में पीएमजीएसवाई ३ की सडक में 50 मिमी बीएम तथा तीन लेयर में डामरीकरण का प्रावधान है जबकि पीएम जनमन में विभागीय अधिकारीयों द्वारा स्पष्ट किया गया की उक्त योजना में केवल एक ही लेयर 20 एमएम मोटाई एमएसएस का कार्य कराया गया है जिसमें डामर की मात्रा नियमानुसार 4.4 प्रतिशत पाई गई है जिसके जांच में अधिकारीयों नें यह बताया l
यह भी उल्लेख किया कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत होने वाले कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु विभाग सदैव सतर्क रहता है तथा इन कार्यों की राज्य एवं केंद्र स्तर पर समय-समय पर जांच की जाती है। केंद्रीय स्तर पर राष्ट्रीय गुणवत्ता समीक्षक (NQM) द्वारा एवं राज्य स्तर पर राज्य गुणवत्ता समीक्षक (SQM) द्वारा प्रतिमाह निरीक्षण किया जाता है। इसके अतिरिक्त, उच्च अधिकारियों द्वारा भी PMGSY के कार्यों की नियमित और सख्त जांच सुनिश्चित की जाती है।
इस पूरे मामले में पीएमजेएसवाए के एसडीओ अभिषेक तिवारी ने कहा कि सडक की गुणवत्ता संबंधि जांच आज की गई है ग्रामीण क्षेत्र की सड़क में लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी वही प्राईम कोट एवं टैंक कोट डालकर 20 मिमी मोटाई में एमएसएस कराया गया है l और उपयोग की गई बिटुमिनस की जांच की गई है निर्माण कार्य डीपीआर के अनुरूप एवं गुणवत्ता से कराया जा रहा है l